Meri Hot Chut Ki Kahani – लण्ड के लिए मैंने माँ चुदवा ली अपनी


मेरी हॉट चुत लंड मांग रही थी. कोई नहीं मिला तो मेरी एक सहेली ने अपने ससुर को मेरे घर इस शर्ट पर भेजा कि वो पहले मेरी माँ चोदेगा, उसके बाद मुझे चोदेगा.

यह कहानी सुनें.


मेरे चोदू यारो,
आप सबने मेरी पिछली कहानी
65 साल के लंड से चूत चुदवा ली मैंने
पढ़ी होगी. पसंद भी की होगी.

अब उसके बाद क्या हुआ, यहाँ इस कहानी में पढ़ कर आनन्द लें!

65 साल के बुड्ढे ने मुझे चोद कर खुश कर दिया था.
फिर दो दिन हो गए कोई लण्ड नहीं मिला.
मैं फिर लण्ड के लिए तड़पने लगी।
मैंने सोचा कि दोबारा उसी बहन के लौड़े ताहिर को बुला लेती हूँ. मजा देगा उसका बड़ा लंड मेरी हॉट चुत को!

उस मादरचोद को मैंने फोन किया तो कुत्ते मने मना कर दिया. उसने कहा- अभी तो दो चूतें मेरे सामने नंगी पड़ी हैं, इन्हें खुश करना है. तू 2-3 दिन बाद बात करियो, वक्त हुआ तो तेरा फुद्दी चोद दूँगा.

मुझे गुस्सा आ गया, मैंने कहा- बहन चोद … तू अपनी माँ चुदा ले! मुझे लंडों की कोई कमी नहीं है!

मैंने कह तो दिया पर मेरे पास लंड का कोई इंतजाम नहीं था.

इतने में मेरी एक सहेली का फोन आ गया।
मैंने कहा- हां निदा बोल?
उसने कहा- क्या हाल है तेरा रेशमा?
मैंने कहा- मेरा हाल तो ठीक है पर मेरी चूत का हाल ठीक नहीं है यार! दो दिन हो गए कोई लण्ड नहीं मिला उसे! वह बहुत परेशान है।

वह बोली- अच्छा मैं कोई बढ़िया लण्ड बताऊँ?
मैंने कहा- हां हां बता न यार, नेकी और पूछ पूछ?

वह बोली- लण्ड तो है पर उसकी एक शर्त है। वह बेटी चोदने के पहले उसकी माँ चोदता है। बेटी के सामने ही उसकी माँ चोदता है और फिर माँ के सामने उसकी बेटी चोदता है।
मैंने कहा- क्या वह माँ बेटी दोनों को एक साथ चोदता है?

वह बोली- हां हां यही तो बात है उसमें! पहले वह लण्ड माँ की चूत में पेलेगा फिर बेटी की चूत में। जानती हो वह कौन है?
मैंने कहा- मुझे नहीं मालूम वह कौन है.

वह बोली- वह है भोसड़ी का मेरा ससुर … उसे माँ बेटी को एक साथ चोदने का शौक है लेकिन लण्ड उसका बड़ा शानदार है। मज़ा आ जाएगा तुझे रेशमा!
मैंने कहा- ठीक है यार, मैं लण्ड के लिए अपनी माँ चुदवा लूंगी। भेज दो न प्लीज उसे आज रात को ही!
वह बोली- ठीक है भेज दूँगी।

उस दिन मेरी अम्मी जान आ चुकी थीं।
मेरी अम्मी का नाम है फरीदा बेगम। वह 44 साल की एक मद मस्त जवान औरत है। खूबसूरत है, सेक्सी है और एकदम टनाटन है बुरचोदी। अभी तक उसकी न चूत ढीली हुई और न चूचियाँ।

मैं अम्मी जान से खुली हुई थी।
अम्मी ने ही मुझे लण्ड लेना सिखाया था और प्यार से गालियां देना भी मैंने अम्मी जान से ही सीखा था।

मैंने जब उसको पूरी कहानी बताई तो वह बोली- आने दो उस भोसड़ी वाले को … हम दोनों मिलकर उसके लण्ड की बना देंगी चटनी। उसे माँ चोदने का बड़ा शौक है न? तो चोद ले तेरी माँ बेटी रेशमा! ? मैं तैयार हूँ। उसके लण्ड की माँ की चूत।

इतने में डोर बेल बज उठी।
मैंने दौड़ कर दरवाजा खोला तो देखा कि सामने एक अधेड़ उम्र का आदमी खड़ा है।

तो मैंने मुस्कराकर पूछा- आप आरिफ अंकल हैं?
वह बोला- हां!

तो फिर मैंने से अंदर बैठा लिया और दरवाजा बंद कर दिया।
मैंने अम्मी जान को आवाज़ लगाई।

तब तक मैं उससे बातें करने लगी।
मैंने कहा- आप निदा के ससुर हैं?
वह बोला- हां मैं उसका ससुर हूँ।

मैंने कहा- वह तो आपकी बड़ी तारीफ कर रही थी।
वह बोला- मैं भी उसकी बड़ी तारीफ करता हूँ क्योंकि वह तारीफ के काबिल है।

तब तक अम्मी जान आ गईं।
वह अम्मी को देख कर बोला- ये तुम्हारी बड़ी बहन है क्या रेशमा?
मैंने हँसते हुए कहा- ये मेरी अम्मी जान हैं अंकल!

वह बोला- तुम्हारी अम्मी जान इतनी मस्त जवान हैं, इतनी खूबसूरत हैं और इतनी सेक्सी लग रहीं हैं जिसका कोई जबाब नहीं।
अम्मी भी सुनकर खुश हो गईं।

वह बोली- तुम भी तो बड़े स्मार्ट और हैंडसम हो आरिफ मियां! अपनी उम्र से कम ही लगते हो.

हम दोनों उसे बड़े गौर से देख रहीं थीं और वह भी हम लोगों को बड़े गौर से देख रहा था।

उसने हमको आते जाते कई बार देखा, हमारे मम्मों पर नज़रें गड़ाईं और हमारी मटकती हुई गांड आँखें फाड़ फाड़ कर देखी।

अम्मी ने कहा- तुमको निदा ने यहाँ आने का मकसद बता दिया होगा?
वह मुस्कराया और बोला- हां बताया तो है पर …?
मैंने कहा- पर क्या? साफ़ साफ़ कहो न?

वह बोला- मुझे तो …
अम्मी ने कहा- हां हां साफ़ साफ़ बताओ न यार? गांड फट रही है क्या तेरी बताने में?

वह बोला- मुझे तुम दोनों माँ बेटी बड़ी अच्छी लग रही हो। तुम दोनों की गांड बड़ी अच्छी लग रही है.
मैंने कहा- तो क्या तुम हमारी गांड मारोगे अंकल?
वह बोला- नहीं गांड नहीं मारूंगा. पर मुझे तेरी माँ बड़ी हसीन लग रही है रेशमा।

मैंने कहा- मेरी माँ हसीन लग नहीं रही है … वह तो है ही हसीन। बड़े बड़े लोग मेरी माँ को देख कर अपना लण्ड सहलाने लगते हैं।

मेरे मुंह से लण्ड सुनकर उसके लण्ड में आग लग गई।
वह बोला- बुरा मत मानना रेशमा, मैं पहले तेरी माँ की चूत लूंगा बाद में तेरी!
मैंने कहा- हां हां … मुझे मालूम है कि तुम पहले मेरी माँ चोदोगे। बिना मेरी माँ चोदे मानोगे नहीं तुम! तो चोदो मेरे सामने मेरी माँ. मैं माँ चुदाने के लिए तैयार हूँ अंकल। माँ ही चुदाना क्या … मैं तो लण्ड पाने के लिए कुछ भी कर सकती हूँ।

मेरी खुली खुली बातों से उसे बड़ा मज़ा आया और बोला- तुम बहुत बोल्ड हो रेशमा. बिल्कुल मेरी बहू निदा की तरह। मुझे उसके मुंह से गालियां बहुत पसंद हैं।

मैंने कहा- तेरी बुरचोदी बहू की की माँ की चूत … पहले यह बताओ क्या तुम अपनी बेटी बहू की बुर लेते हो?
वह बोला- हां, वो ख़ुशी ख़ुशी देती है तो मैं ख़ुशी ख़ुशी लेता हूँ. मुझे बड़ा अच्छा लगता है.

माहौल इतना गर्म हो गया कि अम्मी ने उसके पजामा का नाड़ा खोल कर उसके अंदर अपना हाथ घुसेड़ दिया।
वे बड़े प्यार से उसका लण्ड सहलाने लगीं।

उसने मुझे अपने बदन से चिपका लिया और गाल चूमने लगा, बोला- तुम मेरी बेटी बहू से ज्यादा खूबसूरत हो रेशमा। तुम्हें देखते ही मेरा लौड़ा खड़ा हो गया था। मेरी निदा बहू ने सच ही कहा था कि ससुर जी तुम्हें रेशमा को चोद कर बड़ा मज़ा आएगा।
मैंने कहा- पर तुम मुझे चोदने के पहले मेरी माँ चोदोगे।
वह बोला- हां, इसमें कोई शक नहीं! देख न तेरी माँ कितने प्यार से मेरा लण्ड चाट रही है।

मैंने देखा कि हां अम्मी जान सच में बड़े मन से लण्ड चाटने में जुटी हुई हैं।

जब मैंने उसका लण्ड देखा तो मेरी चूत गीली हो गयी और मेरे मुंह में पानी आ गया।
लौड़ा बहनचोद मोटा तगड़ा ही नहीं … बड़ा हैंडसम भी था।
एकदम लड्डू पेड़ा जैसा लौड़े का सुपारा देख कर मेरा मन हुआ कि मैं इसे अभी खा जाऊं।

मैंने सोचा कि ये भोसड़ी का भले ही मेरी माँ चोद ले मगर आज मुझे एक बेहतरीन लण्ड तो मिल तो गया.

तब मैंने देखा कि मेरी अम्मी जान एकदम नंगी हो चुकी है, उसके बदन पर एक भी कपड़ा नहीं है.
तो मैंने भी अपने कपड़े उतार कर फेंक दिये और उसका लण्ड पकड़ कर सहलाने लगी, पेल्हड़ भी चूमने लगी.

फिर क्या हम दोनों माँ बेटी बुर चोदी एकदम नंगी नंगी अंकल का लण्ड चाटने लगी।
अंकल तो पहले से ही नंगा था।

कुछ देर बाद मैंने खुद ही लण्ड पकड़ कर अम्मी की चूत में घुसा दिया और बोली- ले मादरचोद अंकल, तू पहले मेरी माँ का भोसड़ा चोद ले। तुझे माँ चोदना अच्छा लगता है न? तो फिर ले ले मेरी माँ चोदने का पूरा मज़ा!

वह सच में जुट गया भकाभक मेरी माँ चोदने में!
और मैं नंगी नंगी बैठी हुई बड़ी शिद्दत से चुदवाने लगी अपनी माँ।

मैं मन ही मन सोचने लगी कि चलो कोई तो है जो मेरे आगे मेरी माँ बेधड़क चोद रहा है।

फिर मेरी अम्मी जान को भी जोश आ गया. उसने धीरे से लण्ड अपनी चूत से निकाला और मेरी मेरी हॉट चुत में पेल दिया।
वह बोली- आरिफ मियां, अब तुम मेरे सामने चोदो मेरी बिटिया की बुर! मैं चुदवाऊंगी अपने सामने अपनी बिटिया की बुर!

उसका जब 9″ का लण्ड मेरी चूत में घुसा तो मुझे ज़न्नत का मज़ा आने लगा।
मैंने सोचा कि मैंने इसी लण्ड के लिए अपनी माँ चुदवाई है तो मैं इसके लण्ड का पूरा मज़ा लूंगी। मैंने आगे से भी चुदवाया पीछे से भी चुदवाया और लण्ड पर बैठ कर भी चुदवाया, ज़मीन पर लेट कर चुदवाया और उसकी गोद में बैठ कर भी चुदवाया।

वह बोला- तू भोसड़ी वाली रेशमा चुदवाने में बड़ी मस्त है। तेरी जैसी उचक उचक कर प्यारी प्यारी गालियां देती हुई चुदवाने वाली लड़की मैंने आज तक नहीं देखी।

फिर मैंने रात भर अंकल से हर तरफ से अपनी बुर चुदवाई और अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवाया।
हम दोनों माँ बेटी को खूब मज़ा आया और उसे भी!

अंकल ने कहा- आज मुझे जितना मज़ा तुम दोनों माँ बेटी को चोद कर आया है, उतना मज़ा मुझे पहले कभी नहीं आया।

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